शनिवार 24 दिसंबर 2022 - 18:30
हज़रत फातिमा ज़हेरा का हकीकी शिया विलायत के रास्ते से जुदा नहीं होता, हुज्जतुल इस्लाम मौलाना सैय्यद महमूद हसन रिज़वी

हौज़ा/हौज़ा न्यूज़ एजेंसी उर्दू के चीफ एडिटर ने सभा को संबोधित करते हुए कहा,हज़रत फातिमा ज़हरा स.ल. विलायत और विलायत की रक्षक हैं, इसलिए हमें जीवन के हर पल इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि हमारे कदम विलायत से विचलित न हों।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हुज्जतुल इस्लाम मौलाना सैय्यद महमूद हसन रिज़वी  ने मस्जिद हुसैन, विजयवाड़ा आंध्र प्रदेश में आय्यम ए फातमीया की मजलिस को संबोधित करते हुए हज़रत फातिमा ज़हेरा स.ल.कि सीरत पर नज़र डाली और कहां हज़रत फातिमा ज़हरा स.ल. विलायत और विलायत की रक्षक हैं, इसलिए हमें जीवन के हर पल इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि हमारे कदम विलायत से विचलित न हों।
उन्होंने कहा; फातिमा ज़हेरा (स.ल.) को कुरआन की आयत ए मुबाहेला में "निसाअना" के रूप में संदर्भित करने का कारण और रहस्य यह है कि हज़रत फातिमा (स.ल.)अल्लाह तआला कि गुणों की अभिव्यक्ति हैं,दुनिया की तमाम नेकियों का ज़ोहुर इसी की जात का बा बरकत हैं।
हुज्जतुल इस्लाम मौलाना सैय्यद महमूद हसन रिज़वी ने कुरआन की बहुत सारी आयतों से आप स.ल. की फज़ीलत और आप की महानता को साबित किया और पैगंबरों की नज़रों में आपका क्या मुकाम हैं इसकी तरफ भी उन्होंने इशारा किया,
उन्होंने नौजवानों को संबोधित करते हुए इस बात पर ज़ोर दिया कि हमें मासूमों अ.स.की जिंदगी को अपना आदर्श बनाना चाहिए हमारी जिंदगी का कोई भी पल अहले बैत स.ल. के दिखाए रास्ते से अलग नहीं होना चाहिए


उन्होंने अपने मजलिस के अंत में फरमाया कि आजकल के युवा में यह आम बात हो गई है कि वह अपने मां बाप को बिना बताए शादी कर लेते हैं, इससे समाज में एक अजीब सा माहौल बन जाता है.शादी के बाद युवाओं का धर्म और इस्लाम से दूरी इस बात का संकेत है कि यह काम बहुत ही घिनौना है जिससे हमारे नौजवानों को अगाह होना चाहिए।
 

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